ये बारिश भी बड़ी निंगोड़ी और बे-हया है.... वक्त- बे- वक्त कभी भी यादों के दरवाजों पर दस्तख़ दे मन में खट्टी- मिठी बातों का सैलाब उठा देती है, कभी पुरानी यादों को जगाने लगती है तो कभी सुलाने और …
ये कितनी समझदार है! वो कितना समझदार है! तुम समझदार हो इसलिए मुझे पसंद हो! तुम परिपक्व हो इस नाते तुम्हें समझदार होना चाहिए!, चलो! प्रस्फुटित हुई बेताब सी ख्वाहिशों का घला घोट देते हैें और सम…
Novel Writing इतंजार - एक अनोखी कहानी - Part -1 प्रस्तावना, हेल्लो, मेरा नाम राधा तिवारी है । मेरी यह कहानी एक लड़की की है जिसे न तो सपने देखना आता है और न ख़्वाब बुनना। ज़िन्दग…
Looking for original birthday wishes? You came to the right place. We collected ov…
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